Upper Abdomen Pain: जानिए पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के कारण !

Cause of Upper Abdomen Pain in Hindi

Cause of Upper Abdomen Pain in Hindi: पेट दर्द की समस्या से तो हम सभी वाकिफ हैं, लेकिन क्या आपने कभी पेट दर्द के दौरान इस बात पर गौर किया है कि दर्द कहां होता है? अगर नहीं तो इसे समझना बहुत जरूरी है और इसीलिए आज इस लेख में हम आपके साथ पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द से जुड़ी जानकारी शेयर करने जा रहे हैं।

  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के कारण क्या हैं?
  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होने पर डॉक्टर से कंसल्ट कब करना है जरूरी?

चलिए अपर एब्डॉमेन में दर्द (Upper Abdomen Pain) से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।

पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के 6 कारण – (6 Cause of Upper Abdomen Pain in Hindi)

Cause of Upper Abdomen Pain in Hindi

पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होने के कारण एक नहीं बल्कि कई होते हैं। यह उन कारणों के बारे में समझेगा, जो पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द से बचने में मदद कर सकते हैं-

1. गॉल्स्टोन (Gallstones)

गॉलब्लैडर में स्टोन की समस्या को मेडिकल टर्म में गॉलस्टोन कहते हैं। पित्ताशय की पथरी को एक सामान्य शारीरिक समस्या माना जाता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, गॉल ब्लैडर में स्टोन की समस्या होने पर पेट के ऊपरी हिस्से में, खासकर दाहिनी तरफ दर्द महसूस होता है। इसके अलावा निम्न लक्षण भी हो सकते हैं।

  • दाहिने कंधे में दर्द महसूस होना।
  • बदहजमी होना।
  • खट्टी डकार आना।
  • पेट फुलने (Bloating) की समस्या महसूस होना।
  • एसिडिटी (Acidity) की समस्या महसूस होना।
  • पेट में भारीपन महसूस होना।
  • बार-बार उल्टी (Vomiting) आना।
  • जरूरत से ज्यादा पसीना आना।

2. हेपेटाइटिस (Hepatitis)

मेडिकल टर्म में लीवर में सूजन की समस्या को हेपेटाइटिस कहते हैं। हेपेटाइटिस की समस्या एक वायरल संक्रमण के कारण होती है, लेकिन इसके और भी कारण हो सकते हैं। अगर हेपेटाइटिस की समस्या घर पर की जाए तो इससे भी पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द की समस्या शुरू हो सकती है। पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के साथ-साथ निम्न समस्याएं भी देखी या महसूस की जा सकती हैं।

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  • थकान (Fatigue) महसूस होना।
  • पीले रंग का पेशाब होना।
  • गाढ़े रंग का मल (Stool) आना।
  • भूख (Loss of appetite) कम लगना।
  • फ्लू (Flu) जैसे लक्षण महसूस होना।
  • अचानक वजन कम (Weight loss) होना।
  • आंखों और त्वचा का पीला होना।

3. गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)

गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग एक पाचन विकार है जिसमें पेट में उत्पन्न एसिड या पेट में मौजूद पदार्थ वापस अन्नप्रणाली में वापस आ जाते हैं। इससे भोजन नली की भीतरी सतह जलने लगती है। गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग किसी भी उम्र में हो सकता है और पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द पैदा कर सकता है। ऐसा नहीं है कि गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग के कारण पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होता है, बल्कि इसके कारण कई अन्य शारीरिक समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं।

  • छाती में दर्द (Pain in chest) महसूस होना।
  • सीने में जलन (Heartburn) महसूस होना।
  • गले में भी जलन महसूस होना।
  • मुंह का स्वाद खट्टा होना।
  • सूखी खांसी (Dry cough) महसूस होना।
  • मसूड़ों में सूजन होना।
  • कैविटी (Cavities) महसूस होना।

4. गैस्ट्राइटिस (Gastritis)

पेट की परत में सूजन या जलन की समस्या को मेडिकल टर्म में गैस्ट्राइटिस कहते हैं। यह आमतौर पर गैस्ट्राइटिस की समस्या होती है जो पेट में अल्सर की समस्या पैदा करने वाले बैक्टीरिया से शुरू होती है। पेट की परेशानी धीरे-धीरे बढ़ने लगती है और पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के साथ-साथ कई अन्य समस्याओं को भी आमंत्रण देती है।

  • पेट में सूजन और दर्द की समस्या।
  • खट्टी डकार आना।
  • भूख नहीं लगना।
  • मितली और उल्टी आना ।
  • हिचकी आना।
  • पेट में जलन महसूस होना।

5. पेप्टिक अल्सर (Peptic ulcer)

पेट में छाले या अल्सर की समस्या को मेडिकल टर्म में अल्सर या पेप्टिक अल्सर कहते हैं। पेट में गाढ़ा द्रव बलगम की एक चिकनी परत होती है, जो पेट की अंदरूनी परत को हाइड्रोक्लोरिक एसिड से बचाती है। इस अम्ल की विशेषता यह है कि जहाँ यह अम्ल पाचन क्रिया के लिए आवश्यक होता है। साथ ही यह शरीर के ऊतकों को भी नुकसान पहुंचाता है। इस अम्ल और बलगम की परतों के बीच एक तालमेल होता है। यह संतुलन बिगड़ने पर ही पेट में छाले पड़ जाते हैं।

आमतौर पर ये आहार नलिकाएं पेट के ऊपरी हिस्से और छोटी आंत में होती हैं। पेट के अल्सर, जिसे गैस्ट्रिक अल्सर भी कहा जाता है, पेट के अस्तर पर दर्दनाक अल्सर और घाव होते हैं। पेप्टिक अल्सर एक ऐसी बीमारी है जो बड़ी और छोटी आंतों को प्रभावित करती है। पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के साथ-साथ पेप्टिक अल्सर के कारण निम्न लक्षण भी महसूस होते हैं।

  • पेट में बिना किसी कारण दर्द होना।
  • पेट दर्द के कारण खाने की इच्छा नहीं होना।
  • जी मतली या उल्टी होना।
  • ब्लोटिंग (पेट फूलना) की समस्या होना।
  • सीने में जलन महसूस होना।
  • खून की कमी होना।

6. पैन्क्रियाटाइटिस (Pancreatitis)

अग्नाशयशोथ पेट के पिछले हिस्से में मौजूद एक लम्बी ग्रंथि है, जो छोटी आंत के पास मौजूद होती है। यह रक्तप्रवाह में इंसुलिन और ग्लूकागन को छोड़ने का भी काम करता है। यदि अग्नाशयशोथ से संबंधित समस्या शुरू हो जाती है, तो ऊपरी पेट में दर्द सहित अन्य समस्याएं शुरू हो सकती हैं।

  • अपच (Indigestion) की समस्या होना।
  • जी मचलना या उल्टी होना।
  • पेट का नरम होना।
  • बिना कारण वजन कम होना।
  • पेट में सूजन आना।
  • हिचकी (Hiccups) आना।
  • बुखार (Fever) आना।

पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होने पर डॉक्टर से परामर्श करना कब आवश्यक है?

पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द का कारण ऊपर बताई गई समस्याओं के कारण हो सकता है। इनमें से अधिकतर रोग पाचन से संबंधित होते हैं और कई समस्याओं के लक्षण भी एक जैसे ही होते हैं। इसलिए अगर आपको ऊपर बताए गए रोग या उनके लक्षण महसूस हों तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। पेट से जुड़ी परेशानियां और भी कई गंभीर बीमारियों को दावत देने में सक्षम हैं। इसलिए इन्हें नजरअंदाज करें और डॉक्टर से सलाह लें।

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